pc tricks and tips in hindi

कम्प्युटर ट्रिक्स ,विंडोज, हैकिंंग , wordpress, ब्लॉगर, free wap भी बहुत सारी जानकारिया इन हिन्दीdevelopmaint course in हिन्दी java,java script,html,jqury, php , full course in हिन्दी android tricks,

30 Jan 2018

xml part-3

XML schema's 

xml part-3
xml part-3

 

Introduction to XML schema's 
HTML में सभी tags predefined होते है। इसलिए HTML documents का structure almost fix होता है। सभी HTML editors और दूसरे software's इस common structure से परिचित होते है।

 यही कारण है की HTML editors को पहले से ही HTML programs के लिए optimize किया जा सकता है। क्योंकि HTML में सब कुछ fix और पहले से defined है इसलिए कुछ भी नया unexpected नहीं होता है। जैसे की HTML में सभी tags predefined है

 इसलिए editors इनको different color में show कर सकते है। और यदि आप कोई दूसरी language भी साथ में यूज़ कर रहे है तो editors HTML code को उससे separate कर सकते है। 

XML में tags predefined नहीं होते है। इसलिए XML documents का structure भी fix नहीं होता है। XML editors और दूसरे software's को document के structure का कोई idea नहीं होता है। XML editors को पहले से ही किसी XML document के लिए optimize नहीं किया जा सकता है। इसका reason ये है की हमे पहले से पता नहीं होता है की developer क्या और कैसे बनाने वाला है। 

ये situation editors और language के बीच में एक gap create करती है। इस gap को DTD (Document Type Definition) के द्वारा fill किया जा सकता है। DTD (Document Type Definition) XML document का description होता है।

 DTD एक XML schema है। एक schema XML document के बारे में कुछ characteristics define करता है जिससे XML editors उस document के बारे में जान सकते है। हालांकि XML में बहुत से schema's available है लेकिन DTD उनमे सबसे popular और ज्यादा use होता है। इसलिए यँहा पर में आपको सिर्फ DTD के बारे में ही बताऊंगा। आइये इसके बारे में जानने का प्रयास करते है।

No comments:

Post a Comment

Aap Hame Comment Kar Sakte Hai Aap Ka Hamari Blog Main Suwagat Hai